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सगे भाई को एक सगे बहन के साथ कपड़े उतराकर एक ही बिस्तर पर सुलाने वाले ये
कांग्रेस वाले देश के टुकड़े-टुकड़े करने की भाषा करते - मुनगंटीवार
मुनगंटीवार को पिलाएंगे पॉवर फुल शिलाजीत – गडकरी
सोमवार,
8 अप्रैल 2024 को चंद्रपुर के मोरवा हवाई अड्डा परिसर में देश के प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की जाहिर सभा आयोजित की गई। इस आयोजन के प्रसारण का वीडियो 1 घंटा 30
मिनट 1 सेकंद का था। 40 मिनट 7 सेकंद पर प्रदेश के वन मंत्री भाजपा के वरिष्ठ नेता
ने एक ऐसा बयान दिया, जिसके चलते न केवल कांग्रेस बल्कि चंद्रपुर जिले की आम जनता
में भी रोष पनप उठा। उनके इस असभ्य वक्तव्य का किसी भी सूरत में
exposedbylimeshkumar डिजिटल मीडिया समर्थन नहीं करता। परंतु जनता तक सच्ची खबर व
नेताओं के बयान पहुंचाने, उस पर जागरुकता निर्माण कर समाज में सकारात्मक
चिंतन पैदा करने के उद्देश्य को लेकर हम जस का तस बयान यहां उपलब्ध करा रहे हैं।
हालांकि उनके इस बयान का वीडियो एवं लोगों की अनगिनत प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया के
माध्यम से बड़े पैमाने पर कल शाम से ही प्रसारित हो चुकी है।
ऐसा क्या कह दिया मंत्री मुनगंटीवार ने कि सर्वत्र बवाल हो गया ?
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी के मंच पर आगमन के पूर्व जब भाजपा के वरिष्ठ नेता, जिले के
पालकमंत्री एवं लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार सुधीर मुनगंटीवार के
भाषण का वक्त आया तो वे जमकर कांग्रेस पर बरस पड़े। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत
भारत माता की जय से किया। इसके बाद उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज (जिन्होंने
दुश्मनों की पत्नियों-माताओं को अपने सैनिकों द्वारा पकड़े जाने पर उनका काफी
सम्मानजनक ढंग से आदर करते हुए उन्हें उनके घर लौटाया) का जयजयकार किया। साथ ही
छत्रपति संभाजी महाराज को भी याद किया। इस कार्यक्रम के दौरान हजारों की संख्या
में महिलाएं मंच के समक्ष उपस्थित थी। मंत्री मुनगंटीवार ने 23 मिनट 13 सेकंद पर
अपना भाषण शुरू किया। कांग्रेस और उसकी महिला उम्मीदवार पर अनेक तीखे प्रहार किये।
संपत्ति से लेकर विकास कार्यों का पाढ़ा पढ़ा। 48 मिनट 4 सेकंद पर उनका भाषण समाप्त
हुआ। लेकिन 40 मिनट 7 सेकंद पर उन्होंने ऐसा कुछ कह दिया कि चंद्रपुर की राजनीति
और सामाजिक जीवन में भूचाल आ गया। सोशल मीडिया पर वे लगातार आलोचनाओं का शिकार
होने लगे। मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि कांग्रेस के होर्डिंग्स पर तानाशाह के
खिलाफ लोकतंत्र की लड़ाई का नारा लगाया जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
के इमरजेंसी तथा 1984 के दंगों की की याद दिलाते हुए मुनगंटीवार गरज पड़े। कहा –
‘एक सगे भाई को एक सगे बहन के साथ कपड़े उतराकर एक ही बिस्तर पर सुलाने वाले ये
कांग्रेस वाले देश के टुकड़े-टुकड़े करने की भाषा करते।’
मंत्री
गडकरी के शिलाजीत की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि….
केंद्रीय
मंत्री नितीन गडकरी ने शनिवार, 6 अप्रैल 2024 को राजुरा में आयोजित सभा में कहा कि
- मुनगंटीवार को पॉवर फुल शिलाजीत पिलाएंगे। यह वक्तव्य उन्होंने विकास को गति
देने के संदर्भ में दिया। चंद्रपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में महायुति के
उम्मीदवार सुधीर मुनगंटीवार के प्रचार के लिए वे राजुरा शहर में आयोजित जाहिर सभा
को संबोधित कर रहे थे। गडकरी ने मुनगंटीवार को कर्तुत्ववान बताते हुए उनके पीछे
प्रधानमंत्री मोदी की ताकद, उनकी ताकद मिलकर ट्रिपल इंजन का काम करने की बात कही। साथ
ही उन्होंने कहा कि हम उन्हें ऐसा पॉवर फूल शिलाजीत देंगे कि वे(मुनगंटीवार) एकदम जोरदार
काम करने लगेंगे।
उच्च शिक्षित मुनगंटीवार के बयान की आलोचना
ज्ञात
हो कि मंत्री मुनगंटीवार अपने भाषणों ने अनेक बार स्वयं के उच्च शिक्षित होने का
दावा करते रहे हैं। 30 जुलाई 1962 को जन्मे मुनगंटीवार को अध्ययनप्रिय व्यक्तित्व
के रूप में जाना जाता है। अपनी बात को पटल पर रखते समय वे आंकड़ों व संदर्भों का
हवाला देते हैं। उन्होंने वाणिज्य शाखा पदव्युत्तर शिक्षण लिया है। उन्होंने
एलएलबी की शिक्षा भी पूर्ण की है। पश्चात उन्होंने एमफिल भी किया। पत्रकारिता की शिक्षा
भी उन्होंने ले रखी हैं। साथ ही डीबीएम, पीआरआईपीएम जैसे अभ्यासक्रमों में भी
उन्होंने सफलता हासिल की। उम्र के केवल 17वें वर्ष से अर्थात 1979 में उन्होंने
सरदार पटेल काॅलेज के छात्रसंघ के चुनाव से अपने राजनीतिक करिअर की शुरुआत की।
परंतु सोमवार को दिये उनके भाषण के बाद उनकी शैक्षणिक योग्यता की लोग धज्जियां उड़ा
रहे हैं।
सोशल मीडिया पर मुनगंटीवार पर किसने क्या लिखा ?
कांग्रेस नेता डॉ. अभिलाषा गावतुरे-बेहरे लिखतीं हैं कि - Highly reprehensible speech and the words…need to be condemned at all levels and repoted to the election commission and demands are made to take immediate and appropriate action . वहीं उलगुलान संगठन के प्रमुख राजू झोडे लिखते हैं कि विकृत पार्टी नेता का जाहिर निषेध। रोशन अस्वले लिखते है कि असभ्य बोलने वाले भाजपा उम्मीदवार का जाहिर निषेध। किशोर हनुमंते लिखते हैं कि खुद को विकास पुरुष कहने वाले के विचार इतने घटिया कैसे ? रुपेंद्र तेलंग लिखते हैं कि महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मंत्री की ऐसी भाषा, वह भी प्रधानमंत्री के लिए आयोजित सभा के मंच पर कहा जाना निंदनीय है। विश्वास निमसरकर लिखते हैं कि एक महिला उम्मीदवार को चुनाव में हराने के लिए एक मंत्री का इस तरह की भाषा का उपयोग करना उचित नहीं। इन प्रतिक्रियाओं के अलावा असंख्य प्रतिक्रियाओं में अमूमन सभी ने मुनगंटीवार की तीखे शब्दों में आलोचना की है।