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सांसद धानोरकर के साले पर ED का शिकंजा

सबसे करीबी राजबीर यादव के गिरफ्तारी के बाद एक और झटका

प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में SP को भेजा पत्र

प्रवीण काकड़े की भी गिरफ्तारी की आशंका बढ़ी

@चंद्रपुर
‘अगर तुम हमारी बीबी के भाई न होते तो एक मामूली सिपाही होते!’, फिल्म अजुबा में अमरिश पूरी का यह मशहूर डॉयलॉग कहीं अब चंद्रपुर में सच न हो जाएं। बहरहाल स्थानीय कांग्रेस सांसद बालू धानोरकर के बेहद करीबी समझे जाने वाले राजबीर यादव व उनके भाई को पुलिस ने कल ही गोलीबारी के जुर्म में गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस हिरासत में आरोपी की ओर से मुख्य सूत्रधार व अनेक राज उगलने की खबर बाहर आने के पूर्व ही सांसद धानोरकर के परिवार पर ED के संकट के बादल मंडराने लगे। सांसद बालू धानोरकर की धर्मपत्नी व वरोरा विधायक प्रतीभा धानोरकर के भाई प्रवीण काकडे से जुड़े वित्तीय अपराध के मामले में ED ने चंद्रपुर जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर गहन जांच-पडताल की दिशा में सख्त कदम उठाया है। इसके चलते किसी भी समय प्रवीण काकडे अर्थात सांसद धानोरकर के साले की गिरफ्तारी हो सकती है।

प्रवीण काकडे को लेकर चर्चा व आरोप

विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस सांसद बालू धानोरकर के साले प्रवीण काकडे को लेकर यवतमाल व चंद्रपुर जिले में चर्चा है कि वे अपने जिजा व सांसद के रसूख का दुरुपयोग करते हुए जिले के अनेक नागरिकों को वेकोलि में तबादला दिलवाने, सरकार व निजी कोयला खानों में नौकरी दिलवाने, छोटी-बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलवाने के नाम पर हजारों-लाखों रुपये वसूल किया करते थे। साथ ही उनके वेतन का कुछ हिस्सा भी लेने की चर्चा है। कहा तो यह भी जा रहा है कि करीब 2 वर्ष पूर्व यवतमाल के जिला बैंक में नौकरी लगवाने के नाम पर अनेक उम्मीदवारों से 32-32 लाख रुपये ले बैठे हैं। इस संदर्भ में शिकायतें मिलने पर प्रवर्तन निदेशालय ने इसे गंभीरता से इसका संज्ञान लिया और जांच हेतु जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर जांच-पड़ताल की दिशा में उचित सहयोग देने की सूचना दी है। 

ED ने SP को क्या सूचना दी ?

भारत सरकार के प्रवर्तन निदेशालय, वित्त मंत्रालय, राजस्व विभाग के अधिन कार्यरत नागपुर के उप आंचलिक कार्यालय के डिप्टी डायरेक्टर संजय बंगरतले ने 8 मई 2023 को ही एक पत्र जारी कर चंद्रपुर जिला पुलिस अधीक्षक को सूचित किया है कि प्रवीण काकडे के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के प्रावधानों के तहत जांच-पडताल करने के लिए आ रहे अधिकारियों को उचित सहयोग किया जाएं। ED को मिली शिकायतों के आधार पर वे तय अधिनियम के तहत प्रवीण काकडे के खिलाफ भद्रावती थाने में दर्ज अपराध व चार्जशीट की जानकारी जुटाकर उपलब्ध कराने की सूचना दी गई है। वहीं जांच में पुलिस विभाग की ओर से अपेक्षित सहयोग का भी अनुरोध किया गया है। 

साले का संकट जिजा को न लील लें !

सांसद बालू धानोकर के साले प्रवीण काकडे की ED की ओर से चल रही जांच अनेक वित्तीय मामलों को उजागर कर सकती है। इसके चलते कहीं सांसद महोदय भी संकट में न आ जाएं, यह आशंका जताई जा रही है। वर्ष 2013 में सांसद धानोरकर की सालाना इंकम 18 लाख 54 हजार 743 रुपये थी, फिर 5 साल में उनकी आमदनी बढ़कर 1 करोड़ 53 लाख 40 हजार 243 रुपये हो गई। हालांकि उन पर करीब 2 करोड़ का लोन भी रहा है, लेकिन फिर भी उनके पास करीब 10 करोड़ 70 लाख की संपत्ति रही है। यह आंकड़े वर्ष 2019 के दौरान के हैं। इसके बाद बालू धानोरकर सांसद बन गये। और तब से उनकी संपत्ति में गजब का उछाल दिखाई पड़ रहा है। आलिशान बंगले, विशाल होटल में निवेश, अनेक स्थानों पर भूमि की खरीदी, बेहद महंगी कारें आदि की तरक्की पर भी सवाल उठ सकते हैं। हालांकि उनके पास इस आय के स्त्रोत का ऑडिट हो सकता है। 

राजबीर से सांसद का नाता राजदार जैसा

यह बात हर कोई जानता है कि सांसद बालू धानोरकर के बेहद करीबी और राइट हैंड के रूप में राजबीर यादव को जाना जाता है। लेकिन हाल ही में CDCC बैंक के अध्यक्ष संतोष रावत पर चली गोली के मामले में राजबीर यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद से राजनीति व अपराध के बीच के कनेक्शन को लेकर चर्चाओं का भूचाल आ गया है। पुलिस अपनी जांच कर रही है, लेकिन संदेह की सुई कांग्रेस के भितर चल रहे घमासान शीतयुद्ध को गोलीबारी में तब्दील होने की शंका से देखा जा रहा है। यदि राजनीतिक द्वेष के चलते गोलीबारी हुई होगी तो इस मामले में अनेक दिग्गज नेता जेल के सलाखों के पीछे कैद हो सकते हैं। 

क्या कहता है मनी लॉन्ड्रिंग का कानून ?

धन शोधन या मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) एक जघन्य अपराध है जो न केवल देश के सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को प्रभावित करता है, बल्कि आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे अन्य गंभीर अपराधों को भी बढ़ावा देता है। यह एक बढ़ती हुई समस्या है जिसे संबोधित करने की आवश्यकता है। मनी लॉन्ड्रिंग से तात्पर्य वैसे धन के रूपांतरण से है जो गैरकानूनी स्रोतों और विधियों द्वारा अवैध रूप से प्राप्त किया गया है। अपराध से अर्जित आय (Proceeds of crime) में न केवल अनुसूचित अपराध से प्राप्त संपत्ति शामिल है, बल्कि किसी भी आपराधिक गतिविधि से संबंधित या अनुसूचित अपराध के समान किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल होकर प्राप्त की गई कोई अन्य संपत्ति भी शामिल होगी। PMLA की धारा 3 के तहत उस व्यक्ति पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया जाएगा यदि वह व्यक्ति किसी भी तरह से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अपराध से अर्जित आय से संलग्न है। सामान्य आपराधिक कानून के विपरीत: PMLA सामान्य आपराधिक कानून से अलग है। सामान्य आपराधिक कानून में दोषी साबित होने तक प्रत्येक आरोपी निर्दोष माना जाता है। लेकिन PMLA में यह बोझ आरोपी व्यक्तियों पर स्थानांतरित कर दिया गया है वे अपना निर्दोष होना स्वयं साबित करें।