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पुण्यनगरी के जिला प्रतिनिधि महेंद्र ठेमस्कर पर अपराध दर्ज !

चंद्रपुर मीडिया ने दबा दी खबर, मामला झूठी खबर प्रकाशित कर हाईकोर्ट की अवमानना करने का

पार्षद पप्पू देशमुख ने की थाने में शिकायत, लाखों के फ्लैट व जमीन को बताया अवैध

डेढ़ करोड़ की संपत्ति आयी कहां से ? कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट भी दायर करने की चेतावनी

@चंद्रपुर
दैनिक पुण्यनगरी के शहर जिला प्रतिनिधि व शहर के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार महेंद्र ठेमस्कर के खिलाफ जनविकास असंगठित कामगार कर्मचारी संघ के संस्थापक व पार्षद पप्पू देशमुख ने गत 20 सितंबर 2022 की रात 8 बजे के दौरान रामनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। डेरा आंदोलन के संदर्भ में नागपुर उच्च न्यायालय में न्यायप्रविष्ठ प्रकरण में अंतिम फैसला आने के पूर्व ही औद्योगिक न्यायालय को दिये गये अंतरिम आदेश को गलत ढंग से पेश करने की मंशा से 16 सितंबर 2022 को झूठी खबर प्रकाशित करने, हाईकोर्ट की अवमानना करने तथा ढेरा आंदोलकों को बदनाम और आहत करने की शिकायत देशमुख ने थाने में की। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पत्रकार महेंद्र ठेमस्कर के खिलाफ भादंवि की धारा 500 एवं 506 के अनुसार अदखलपात्र अपराध दर्ज किया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इस प्रकरण की प्रेसनोट चंद्रपुर के तमाम मीडिया को भेजी गई। लेकिन किसी ने इस न्यूज को तवज्जो नहीं दी। इसके बाद 23 सितंबर 2022 को पत्र परिषद लेकर देशमुख ने इस मामले को मीडिया के समक्ष उजागर किया। इसके बावजूद किसी चंद्रपुर की मीडिया ने इस न्यूज को दबाने का पाप किया। ऐसे में देशमुख ने शीघ्र ही महेंद्र ठेमस्कर के खिलाफ नागपुर हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर करने और हर माह न्यूनतम वेतन पाने वाले पत्रकार के पास डेढ़ करोड़ की संपत्ति कहां से आयी, इस संदर्भ में प्रशासन से जांच कराने की मांगनुमा चेतावनी दी है।

मामूली वेतन वाले ठेमस्कर के पास डेढ़ करोड़ की संपत्ति आयी कहां से ?

23 सितंबर 2022 को आयोजित पत्र परिषद में पार्षद पप्पू देशमुख ने अनेक गंभीर सवाल उठाये हैं। उनका आरोप है कि पुण्यनगरी के रिपोर्टर महेंद्र ठेमस्कर द्वारा झूठी खबर प्रकाशित करने के पिछे कोई आर्थिक लेन-देन है। खबर प्रकाशित कर कामगारों को भड़काया गया। इससे उनकी जान को खतरा निर्माण किया गया है। ठेमस्कर को मामूली वेतन हैं, लेकिन उनके पास डेढ़ करोड़ की संपत्ति हैं। इतनी संपत्ति एक मामूली वेतन वाले पत्रकार के पास आयी कहां से ? इसकी जांच संबंधित विभाग की ओर कराने की मांग व चेतावनी देशमुख ने दी है।

ठेमस्कर की संपत्ति का ब्योरा चौंकाने वाला

पार्षद पप्पू देशमुख ने पत्र परिषद में बताया कि पुण्यनगरी के शहर जिला प्रतिनिधि महेंद्र ठेमस्कर के पास जिला स्टेडियम परिसर में 60 से 70 लाख का फ्लैट है। इसकी मूल कीमत 35 लाख से अधिक और इंटिरियर पर 25 लाख से अधिक का खर्च किया गया है। साथ ही रघाताटे ले-आऊट में 1785 स्क्वेअर फीट की जमीन है, इसकी अनुमानित कीमत 45 लाख रुपयों से अधिक है। शहर के सबसे पॉश इलाके में इतना महंगा फ्लैट और लाखों की जमीन के लिए पैसा कहां से आया, यह चिंता व चिंतन का विषय है। साथ ही देशमुख का दावा है कि ठेमस्कर सव्वा लाख रुपये कीमती का एपल का आईफोन यूज करते हैं। उनके हाथों की घड़ी भी बेहद महंगी है। यह चंद्रपुर के पत्रकारिता का ग्रे साइड और मिलीभगत से कमाई गई काली कमाई का जरिया हो सकता है। इसकी अलग से जांच करवाने की बात पार्षद देशमुख ने कही है।

सदैव विवादों में रहे हैं महेंद्र ठेमस्कर

उल्लेखनीय है कि पुण्यनगरी के मशहूर पत्रकार व शहर जिला प्रतिनिधि महेंद्र ठेमस्कर इसके पूर्व भी अनेक बार विवादों में रहे हैं। बीते वर्ष जब कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष रितेश तिवारी के खिलाफ लगातार प्रकाशित हुई खबरों के बाद जब उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से फेसबुक पर दो पोस्ट प्रसारित की तो उनके साथ चल रही अनबन पर विराम लग गया। वहीं रिपोर्टर महेंद्र ठेमस्कर ने साल भर पहले दैनिक तरुण भारत में महिला कांग्रेस की गतिविधियों को लेकर प्रकाशित हुई एक खबर के बाद फेसबुक पर अपनी एक पोस्ट प्रसारित की। इस पोस्ट की भाषा को लेकर चंद्रपुर के सुजान नागरिकों ने अनेक सवाल उठाएं। देखते ही देखते उनकी यह पोस्ट वायरल हुई। एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा उपयोग की गई भाषा को लेकर उनकी आलोचना होती रही। बावजूद वे निरंतर ही विवादों में बने रहे हैं।

जान को खतरा निर्माण कराया

पार्षद पप्पू देशमुख का आरोप है कि दैनिक पुण्यनगरी चंद्रपुर के कथित पत्रकार महेंद्र आबाजी ठेमस्कर ने 16 सितंबर 2022 को दैनिक पुण्यनगरी के स्मार्ट चंद्रपुर अंक में ‘डेरा आंदोलनातील कामगारांना पुन्हा कामावर घेता येणार नाही' यह फैसला उच्च न्यायालय द्वारा दिये जाने की झूठी, निराधार व बनावटी खबर प्रकाशित की। कुछ अज्ञातों द्वारा आर्थिक मिलीभगत के चलते ढेरा कामगारों को भड़काने के लिए यह खबर प्रकाशित करने, उनके जान को खतरा निर्माण करने व बदनामी करने की शिकायत उन्होंने रामनगर पुलिस से की। इस प्रकरण में पुलिस ने अदखलपात्र अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

अंतरिम आदेश के याचिका पर फैसला

सरकारी मेडिकल कॉलेज के ठेका कामगारों के बकाया वेतन को लेकर बीते 18 माह से जनविकास असंगठित कामगार कर्मचारी संघ के नेतृत्व में आंदोलन जारी है। पार्षद देशमुख के अनुसार औद्योगिक न्यायालय में यह मामला न्यायप्रविष्ठ है। इस प्रकरण में 20 अप्रैल 2022 को औद्योगिक न्यायालय ने अंतरिम आदेश देकर सभी आवेदकों 274 कामगारों का बकाया वेतन एक माह के भितर न्यायालय में जमा कराने व कामगारों को उनके पूर्व के स्थान पर नियुक्त करने, उनके स्थानों पर लिये जा चुके नये कामगारों को हटाने का अंतरिम आदेश दिया था। औद्योगिक न्यायालय के अंतरिम आदेश को सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ने मुंबई उच्च न्यायालय के नागपुर खंडपीठ में आह्वान दिया था। इस पर फैसला देते हुए न्यायालय ने कामगारों को पूर्ववत नियुक्त करने के अंतरिम आदेश के निर्णय को खारीज िकया है। साथ ही सबूतों व गवाहों के आधार पर अंतिम फैसला देने के निर्देश उच्च न्यायालय ने दिये है। अर्थात कामगारों को काम पर पूर्वरत नियुक्त करने के प्रकरण चंद्रपुर के औद्योगिक न्यायालय में न्यायप्रविष्ठ होकर आवेदक कामगारों को अंतिम फैसला आने की प्रतीक्षा कायम है। परंतु दैनिक पुण्यनगरी के पत्रकार महेंद्र ठेमस्कर ने अंतरिम फैसले को अंतिम फैसले के तौर पर पेश करने झूठी खबर प्रकाशित कर हाईकोर्ट की अवमानना की है।

डीन के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई

पाषर्द पप्पू देशमुख ने बताया कि चंद्रपुर के कामगार न्यायालय ने एक आदेश में कामगार दर्शना झाडे व अन्य 3 के प्रकरण में सरकारी मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ.अशोक नितनवरे के खिलाफ न्यायालय की अवमानना करने के मामले में कारवाई करने के आदेश दिये है।

पत्रकार ठेमस्कर ने कहा – नो कमेंट

पार्षद पप्पू देशमुख की ओर से लगाये गये तमाम आरोपों के मद्देनजर जब हमने पुण्यनगरी के शहर जिला प्रतिनिधि महेंद्र ठेमस्कर से प्रतिक्रिया जानने के लिए कॉल कर उन्हें इस प्रकरण में अपनी प्रतिक्रिया देने का अनुरोध किया तो उन्होंने अधिकारिक तौर पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से साफ मना कर दिया। इसके चलते उनकी भूमिका व प्रतिक्रिया ज्ञात नहीं हो पायी।